Adhyayan

Saturday, 11 February 2023

#सकारात्मक/#नकारात्मक

#सकारात्मक/#नकारात्मक

मेरे लफ्ज़ फ़ीके पड़ गए तेरी एक अदा के सामने,
मैं तुझे ख़ुदा कह गया अपने ख़ुदा के सामने! 

आज Promise day है।
क्या आज आप promise कर सकते हैं कि किसी का भी मन नहीं दुखाओगे।।। 
अपनी माँ, पत्नी, बहन, भाई, पिता, बच्चों या साथियों का अपमान नहीं करोगे।

जो बात आप चीखकर कुढ़कर कहते हो उसे प्यार से न सही लेकिन आराम से तो कह सकते हैं न।

आप जानते हैं कि अगर आप चीखकर बात करते हैं तो इससे सामने वाले पर आपकी निगेटिव एनर्जी ट्रांसफर हो जाती है आप तो उस जगह से चले जाएंगे किंतु अब सुनने वाले ने भी वो कहीं न कहीं झोंकनी है।

माना कि एक पति ने अपनी पत्नी को डांट दिया और उसके बाद उनका बच्चा आकर माँ से बात करना चाहता है तो अपने खराब मूड की वजह से माँ भी बच्चे को झिड़क देगी कि जा यहाँ से अभी मुझे परेशान मत कर।
बच्चे को वजह तो पता नहीं लेकिन उसका बालमन दुखी हो जाएगा उसे बुरा लगेगा कि मेरी तो कोई सुनता ही नहीं है।
वो स्कूल चला जाएगा या फिर खेलने के लिए।
स्कूल में वो अपने खराब मूड की वजह से सहपाठियों से या तो बात नहीं करेगा या किसी बात को लेकर झगड़ा करेगा क्योंकि यही तो उसने देखा है, माँ बाप दोनों झगड़ते हैं दोनों चीखते हैं तो बच्चे को ये एक आमतौर पर अपनाया जाने वाला व्यवहार लगेगा और अपने दैनिक जीवन में उसे आत्मसात कर लेगा।
यही बात लागू होती है स्त्रियों पर,
अपनी किसी बात के लिए आप परेशान हो और अपनी किसी बात को कह नहीं पा रहे हैं क्योंकि आपको पता है कोई मेरी सुनता ही नहीं है तो आप अपनी उस बात को तो कहोगे नहीं लेकिन कहीं न कहीं अपनी झल्लाहट निकाल दोगे और पति को कुछ उल्टा जवाब दे दिया, अब आपकी झल्लाहट ट्रांसफर हो गई आपके पति पर।
वो साहब घर से गाड़ी तक बुरा सा मुँह बना कर गये तो हो सकता है कि रास्ते में ट्रैफिक की समस्या से उनका पारा जल्दी चढ़ेगा और वो कहीं पर अपना एक्सीडेंट करा लें या किसी से झगड़ लें।
या फिर सुरक्षित अपने काम की जगह पहुँच भी जाएं तब भी कुछ न कुछ सोच रहे होंगे और कुछ विपरीत परिस्थितियों में हो हल्ला या सामने वाले को डाँट सकते हैं या फिर अपने बाॅस के कुछ भी काम बताने के कारण उनका मूड खराब हो सकता है।
क्योंकि हो सकता है कि सुबह बाॅस भी किसी निगेटिव एनर्जी का शिकार हुए हो।
तो अब ये सारा मामला निगेटिव एप्रोच का है।
#सकारात्मक_एप्रोच

अब अगर अपनी सही बात पत्नी अपने पति से कह पाती कि मुझे फला फला परेशानी है या फिर इस काम को ऐसे करते हैं (आप अपने हिसाब से परिस्थिति का आंकलन कर सकते हैं।) पत्नी को विश्वास होना चाहिए कि पति 
उनकी बात पर जरूर गौर करेंगे अपनी बात को लेकर अच्छे से समझाएं, दोनों मिलकर उस समस्या या बात का सकारात्मक या नकारात्मक पहलू समझे फिर उसको किर्यान्वित कर सकते हैं।

हाँ वो स्थिति अलग है कि जब कोई समझना ही न चाहे।
अब आप सकते हैं कि आपके बात करने और बोलने का क्या प्रभाव हो सकता है ?

आपको क्या करना चाहिए? 
कोई भी विषय या परिस्थिति के लिए धैर्य आपका व्यवहार पूरी तरह से जिम्मेदार होता है।
आप किसी को जज मत कीजिए इंसान की परिस्थिति या बात को समझिये फिर आंकलन कीजिए कि आपको उनके साथ मेलजोल रखना चाहिए या नहीं? 
हो सकता है कि आप अपनी जगह सही है और सामने वाले का व्यवहार अनुचित है तो आप उनको उनके हाल पर छोड़ दीजिए क्योंकि आपको अपने मूड को खराब नहीं करना चाहिए उससे आपको आगे परेशानी हो सकती है।
आपको और भी कई ज्यादा जरूरी काम करने हैं। 
और हर बार किसी भी समस्या का समाधान दो बार सोच कर करें।
उत्साहित होना और आत्मविश्वासी होना बहुत अच्छा है लेकिन अति उत्साह या अति आत्मविश्वास घातक हो सकता है।
क्योंकि सामने वाले का अपना दिमाग है और जरूरी नहीं कि वो आपकी बातों से उसी वक्त सहमत हो जाए।

आप अपनी बात आराम और धैर्य से रखिए क्योंकि एक्शन का रिएक्शन जरूर होता है आपने अपना धैर्य खोया तो सामने वाले को भी उस स्तर पर आने में सेंकेंड नहीं लगेगा।

कम ही लोग होते हैं जो आपकी बात को समझे क्योंकि उन्होंने कभी आपके जैसा सोचा नहीं होगा।

माना कि ये जानते हुए भी मेरा ऐसा कहना गलत है कि कोई मुझे भी कहे तो मुझे भी अच्छा नहीं लगेगा फिर भी हम उनसे वो बात कह देते हैं और सामने वाला आपकी बात को लेकर परेशान नहीं होता है या आपसे कभी कोई शिकायत नहीं करता है तो समझिए कि उसके अंदर कितना धैर्य है वो परिस्थितियों से कितना लडा़ हुआ है और उसे आपकी मनोदशा का अंदाजा है।
चाहे आप अपने को कितना भी होशियार समझे लेकिन ज्यादा समझदार वो है।

कभी भी किसी को कम मत आकिएं और न ही कभी खुद को ज्यादा समझदार।
हो सकता है कि सामने वाला कुछ न कहे लेकिन आपकी मानसिकता को समझ रहा है।
क्योंकि जब आप किसी का अपमान कर रहे होते हैं तो अपने सम्मान को खो रहे होते हैं। 
आज और अभी से अपने बातचीत में अपने व्यवहार में सकारात्मक परिवर्तन लाने की कोशिश के लिए आप सभी को साधुवाद !

"Tanuisms"

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