Adhyayan

Sunday, 4 July 2021

जीवन स्वरुपा

#स्त्री 

जिन लोगों के रास्ते फौलाद के सींखचे हो, वे लोग चाहे कुछ न कर सकते हों, पर किसी दिन उन सींखचों को तोड़ देने का सपना जरूर देख सकते हैं।

पर मेरे रास्ते में तो लहू-माँस के सींखचे लगे हुए हैं...

एक औरत अपनी कोख से जब लहू-माँस को जन्म देती है, तो वह उन सींखचों के पीछे खड़ी होकर उन्हें तोड़ देने का सपना भी नहीं ले सकती ! 
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